फरीदाबाद। शहीदों का सम्मान युगों के मिट जाने के बाद भी रहेगा। हमें शहीदों और उनके परिजनों को हमेशा सम्मान देना चाहिए। यह बात भाजपा विधायक राजेश नागर ने तिगांव स्नातकोत्तर कॉलेज के नए शहीद स्मारक नामपट के अनावरण अवसर पर कहे। उन्होंने एनएसएस के सात दिवसीय कैंप का भी शुभारंभ किया।
The ages will change but the honor of the martyrs will remain intact: Rajesh Nagar
विधायक राजेश नागर ने कहा कि तिगांव क्षेत्र ने हमेशा से देश को शहीद दिए हैं। यहां से दूसरे विश्वयुद्ध में भी शहीदों के नाम आते हैं।
नागर ने कहा कि यहां 27 मई 1980 को स्थापित क्षेत्र के सबसे बड़े और पुराने कॉलेज का नाम शहीदों पर करने की मांग मेरे पास आई तो आज वह प्रयास फलीभूत हो गया है। अब से यह कॉलेज शहीद स्मारक राजकीय पीजी कॉलेज के नाम से जाना जाएगा। जिसके नए नामपट का आज अनावरण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि तिगांव क्षेत्र आज शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बना रहा है। कॉलेज की सभी कोर्सेस में सीटों की सं या को दोगुना कर दिया गया है वहीं नए कोर्सों को भी मंजूरी दिलवाई है। जिससे हमारे बच्चे बच्चियों को पढ़ाई के अधिक अवसर अपने घर के निकट ही मिल सकेंगे।
विधायक राजेश नागर ने पूर्व सैनिकों और शहीदों के परिजनों का भी इस अवसर पर सम्मान किया। उन्होंने कहा कि शहीदों का सम्मान जन्म जन्मांतरों तक भी होता रहेगा।
नागर ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि तिगांव में प्रदेश की पहली मॉडर्न आईटीआई बन रही है। जो आने वाले समय में हमें देश के मानचित्र पर स्थान दिलवाएगी। इसी प्रकार प्रदेश का पहला मॉडर्न संस्कृति स्कूल भी तिगांव में मंजूर हुआ है, जिसके लिए नई इमारत बनाने का काम चालू है।
विधायक ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आशीर्वाद से आज जनजीवन का स्तर ऊपर उठाने की दिशा में ठोस काम हो रहा है। हमारी सरकारों का ग्रामीण क्षेत्र और किसानों के विकास पर विशेष ध्यान है। इससे पहले यहां पहुंचने पर विधायक का पगड़ी और फूलमालाओं से जोरदार स्वागत किया।
इस अवसर पर सरपंच महीपाल आर्य, प्रताप सरपंच, रिंकू सरपंच, सरपंच अशोक, सरपंच सतबीर, मा. बृजभान, सूबेदार फिरे सिंह, सूबेदार सुन्दर सिंह, सूबेदार सुमेर सिंह, सूबेदार सिंहराज, सूबेदार राजपाल, सूबेदार सालेग्राम, शहीद हरप्रशाद के पिता कालूराम, वीरांगना सुनीता, वीरांगना अनीता, वीरांगना जानकी, हवलदार करतार सिंह, सरपंच पप्पू नागर, हवलदार महरेराम, राममेहर, मा. सतबीर नागर, निधि नागर, प्रिंसीपल डा. ईश्वर कुमार, नत्थी बाबू, मा. सत्यदेव,मा. रतीचंद, भरत सिंह, हरीचंद सरपंच, शिव कुमार सरपंच, बाबू अधाना, सरपंच ताराचंद, सरपंच विजय, सरपंच नाहर सिंह, दयानंद नागर, बाबा चरती अधाना, महाशय ईश्वर सिंह, सुखबीर अधाना, योगेश अधाना, तेज सिंह अधाना, मा. सूरजमल, एन.एस. शर्मा, कर्नल देवेन्द्र चौधरी, अजब चंदीला आदि अनेक लोग मौजूद थे।